Difference Between Government Job And Private Job In Hindi
सरकारी नौकरी :- हम और हमारे माता -पिता चाहते है कि हम पढ़ -लिख कर कोई अच्छी सरकारी नौकरी करे
सरकारी नौकरी :- हम और हमारे माता -पिता चाहते है कि हम पढ़ -लिख कर कोई अच्छी सरकारी नौकरी करे

अब लाखो आवेदन में से सिर्फ 1000 ही छात्र लगपाते है बाकी सब की मेहनत बेकार हो जाती है अब इसमें सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि बाकी के छात्र किया करे वे सब प्राइवेट कम्पनी में जॉब करे या अगली वेकन्सी के लिए इन्तजार करे | परेशानी एक नहीं है अनेक है
सरकारी नौकरी के नाम पर बड़े -बड़े सिटी तथा कस्वो में कॉम्पिटिशन के लिए लोगो ने कोचिंग सेंटर खोल रखे है जिससे छात्रों की जेब पर फीस भार भी आ जाता है इतना करने बाद भी नौकरी की कोई गारण्टी नहीं है |
News Paper में आये दिन खबरे आती रहती है कि सरकारी नौकरी के नाम पर दो लाख या चार लाख या इससे भी अधिक की ठगी की गयी |
छात्रों को इन दलालो तथा ठगो के चक्कर में नहीं आना चाहिए अगर बात रुपये देकर नौकरी लेनी है तो स्वयं का Business करे जिससे की घूसखोरी कम हो सके |

यहाँ पर एक बात गौर करने बाली यह है कि जो आप कॉलेज में बुक तथा प्रेक्टिकल के द्वारा नहीं सीखते है वो सब प्राइवेट कम्पनी में शुरू के एक-दो वर्ष में सीख जाते है जो आपके वेतन में वृद्धि (Growth) करने में मदद करता है आप जो भी डिप्लोमा करके कम्पनी में जॉब कर रहे है उसमे आप को अधिक ज्ञान हो जाता है जो आपके कम्पटीशन में मदद करता है |
आपको प्राइवेट जॉब के लिए अधिकतर कम्पनीओ में कोई एंट्रेन्स एग्जाम नहीं देना होता है लेकिन कुछ कम्पनीओ में एक आसान सा इंटरव्यू देना पड़ जाता है जिसमे आप पास हो जाते है ।